Gurugram News Network – फाइनेंस कराने के चक्कर में एक कंपनी संचालक ने करीब पौने पांच करोड़ रुपए गवां दिए। आरोपियों ने गिरवी रखने के लिए एक फ्लैट के असल दस्तावेज भी ले लिए। यह दस्तावेज लेकर आरोपी फरार हो गए। इसकी शिकायत पीड़ित ने सदर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में सुधीर ढींगड़ा ने कहा कि उनकी सेक्टर-34 में ओरिएंट क्राफ्ट कंपनी है। वह अपनी कंपनी के लिए कोई फाइनेंसर ढूंढ रहे थे। 25 मई को उन्हें तरुण मनचंदा नामक व्यक्ति ने फोन किया जिसने कहा कि वह हरियाणा के एक बड़े फाइनेंसर विक्रम को जानता है जो उन्हें लोन दे देगा। इसके बाद विक्रम से बात की गई तो उसने हैदराबाद के नितिन गर्ग को बड़ा फाइनेंसर बताया। बातचीत के बाद तरुण, नितिन और विक्रम ने सुधीर से गुरुग्राम में मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि वह हैदराबाद के एक बड़े फाइनेंसर को जानते हैं जो उन्हें 100 करोड रुपए तक फाइनेंस कर सकता है। बातचीत के बाद सुधीर ने उन्हें लोन के लिए दस्तावेज दे दिए। आरोप है कि इसके बाद तरुण उन्हें लेकर 31 मई को हैदराबाद गया जहां बड़े फाइनेंसर के नाम पर उन्हें श्रीनिवास कंडेला से मिलवाया गया।
आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने उन्हें विश्वास में लेने के लिए करीब सवा 2 करोड़ रुपए का एक सप्ताह का लोन दिया। यह रुपए चुकाने के बाद उन्हें 40 करोड़ का लोन देने की बात कही। यह लोन चुकाने के बाद उन्हें 40 करोड़ का लोन देने के लिए हैदराबाद बुलाया जहां उनसे डील फाइनल की गई। आरोप है कि इस दौरान उनसे 40 करोड़ रुपए के लोन के इंट्रेस्ट के रूप में करीब 4 करोड़ 70 लाख रुपए ले लिए। इसके साथ ही उनके फ्लैट के कुछ दस्तावेज भी ले लिए।
आरोप है कि यह रुपए देने के बाद आरोपियों ने उन्हें 15 मिनट में ही 40 करोड़ रुपए कंपनी के खाते में आने की बात कही। इसके बाद वह कुछ ही देर में वापस आने की बात कहकर चले गए जिसके बाद वह वापस नहीं लौटे। इस बारे में उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।